सफर की दुआ: अस्सलामु अलैकुम। आज की पोस्ट में हम आपको “सफर की दुआ हिंदी में” बताएंगे।
इस्लाम एक खूबसूरत मज़हब है जो हमें अल्लाह पर यक़ीन करना और पैग़ंबर मुहम्मद (सल्लाल्लाहु अलैहि वसल्लम) की सुन्नत के मुताबिक़ अपनी ज़िंदगी जीना सिखाता है। इस्लाम के बारे में सबसे अच्छी चीज़ों में से एक यह है कि हमारे पास हर चीज़ के लिए दुआ है, चाहे वह बैठना, खाना, सोना या सफर करना हो।

सफर की दुआ पढ़ते हुए, एक मुसलमान महफूज़ रहने के लिए अल्लाह से मदद मांगता है क्योंकि वह अकेला है जो हमें मुसीबतों से बचा सकता है। सफर के लिए दुआ के बारे में और जानने के लिए पढ़ते रहें।
safar ki dua in hindi
जब सफर का इरादा करें, तो यह दुआ पढ़ें:
الله أكبر, الله أكبر, الله أكبر
سُـبْحَانَ الَّذِي سَخَّـرَ لَنَا هَذَا وَمَا كُنّا لَهُ مُقْـرِنين وَإِنّا إِلى رَبِّنا لَمُنـقَلِبُون
Allahu Akbar, Allahu Akbar, Allahu Akbar
Subhanal-ladzi sakh-khara lana hadza wa ma kunna lahu muqrinin. Wa innaaa ilaa Rabbinaa lamunqaliboon ”
अल्लाहु अकबर,अल्लाहु अकबर,अल्लाहु अकबर
सुब्हानल्लज़ी सख्खर लना हाज़ा वमा कुन्ना लहू मुक़रिनीन, व इन्ना इला रब्बीना ल मुनक़लिबून.
क़ुरआन ने सफर के मौके पर सूरह जुक़रूफ की आयत 13 और 14 पढ़ने की नसीहत की हैं, रसूलुल्लाह (स.अ.व) सफर में इन दुआओं को पढ़ते और साथ में दूसरी दुआओं को भी पढ़ते थे।
उपर वाली दुआ के बाद ये दुआ पढ़ें
Safar ki Dua:2
اللَّهُمَّ إنَّا نَسْأَلُكَ في سَفَرِنَا هذا البِرَّ وَالتَّقْوَى، وَمِنَ العَمَلِ ما تَرْضَى
اللَّهُمَّ هَوِّنْ عَلَيْنَا سَفَرَنَا هذا، وَاطْوِ عَنَّا بُعْدَهُ، اللَّهُمَّ أَنْتَ الصَّاحِبُ في السَّفَرِ
وَالْخَلِيفَةُ في الأهْلِ، اللَّهُمَّ إنِّي أَعُوذُ بكَ مِن وَعْثَاءِ السَّفَرِ، وَكَآبَةِ المَنْظَرِ، وَسُوءِ المُنْقَلَبِ في المَالِ وَالأهْلِ
Allaahumma ‘innaa nas’aluka fee safarinaa haathal-birrawattaqwaa, waminal-‘amalimaa tardhaa, Allaahumma hawwin ‘alaynaa safaranaa haathaa watwi ‘annaa bu’dahu, Allaahumma ‘Antas-saahibu fis-safari, walkhaleefatu fil-‘ahli, Allaahumma ‘innee ‘a’oothu bika min wa’thaa’is-safari, wa ka’aabanl-mandhari, wa soo’il-munqalabi fil-maaliwal’ahli.
अल्लाहुम्मा ‘इन्ना नस् अलु-क फ़ी सफ़रिना हाज़ल बिर-र वत्तक़्वा व मीनल् अमली मा तर्ज़ा ☪︎अल्लाहुम-म हव्विन अलैना स-फ़-र-ना हाजा़ ☪︎वत्वि-अना बुअ् द हू ☪︎अल्लाहुम-म अन्तस्साहिबु फ़िस्स-फ़रि वल ख़लीफ़तु फि़ल अहिल ☪︎अल्लाहुम-म इन्नी अअूज़ुबि-क मिंव-वअ् साइस्स-फ़रि व काबति ल मन्ज़रि व सूइल मुन्क़-ल-बि फ़िल मालि वल अहली।
जब किसी मंज़िल पर या स्टेशन पर उतरे तो यह दुआ पढ़ें
أَعُوذُ بِكَلِمَاتِ اللَّهِ التَّامَّاتِ مِنْ شَرِّ مَا خَلَقَ
A’uzu bi kalimatillah hit-taammati min sharri ma khalaq.
अअूज़ु बिकलिमातिल्लाहित्ताम्माति मिन शर्रि मा ख-लक०
Dua:shahar mein daakhil hone ki dua
दुआ किसी भी शहर या आबादी वाले जगह में जाने की
اللَّهُمَّ بَارِكْ لَنَا فِيهَا
Allahumma Barik lana fiha
अल्लाहुम्मा बारिक लाना फिहा
Safar Se Wapsi Ki Dua
اٰ ئِبُوْنَ تَآئِبُوْنَ عَابِدُوْنَ سَاجِدُوْنَ لِرَبِّنَاحَامِدُوْنَ
आअिबूना ताअिबूना आ़बिदूना साजिदूना लिरब्बिना हामिदून
हम सफर से आने वाले है, तौबा करने वाले है, इबादत करने वाले है, सजदा करने वाले है और अपने खुदा की हम्द करने वाले है.
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